सीडीएस बनाए जाने से पहले बिपिन रावत 27वें चीफ ऑफ़ आर्मी स्टाफ थे. जरनल बिपिन रावत, सेंट एडवर्ड स्कूल, शिमला, और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकसला के पूर्व छात्र हैं. उन्हें दिसंबर 1978 में नेशनल डिफेंस एकेडमी, देहरादून से ग्यारह गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन में चुना गया था, जहां उन्हें 'स्वॉर्ड ऑफ ऑनर ' से सम्मानित किया गया था. उनके पास एंटी टेरर ऑपरेशंस में काम करने का 10 सालों का अनुभव है.
अब बतौर सीडीएस जनरल बिपिन रावत की ज़िम्मेदारियाँ और उनके लिए चुनौतियाँ क्या होंगी ? यही समझेंगे लेफ्टनंट जनरल सय्यद अता हसनैन से आज बिग स्टोरी पॉडकास्ट में.
सुपरवाइजिंग एडिटर: मुकेश बौड़ाई
अब बतौर सीडीएस जनरल बिपिन रावत की ज़िम्मेदारियाँ और उनके लिए चुनौतियाँ क्या होंगी ? यही समझेंगे लेफ्टनंट जनरल सय्यद अता हसनैन से आज बिग स्टोरी पॉडकास्ट में.
सुपरवाइजिंग एडिटर: मुकेश बौड़ाई