रवीद्र नाथ टैगोर की कहानियाँ, छुट्टियों का इंतज़ार, Chutiyon ka intzar

रवीद्र नाथ टैगोर की कहानियाँ, छुट्टियों का इंतज़ार, Chutiyon ka intzar

एक बेहद उद्दंड बच्चा, जिसे हम आज हाइपर एक्टिव कहते हैं, को सुधारने या संभालने का तरीका अगर सही नहीं हुआ...तो उसके भविष्य का क्या हश्र हो सकता है---गुरुदेव ने ये बात अपने ज़माने मेन ही समझ ली थी। सुनें कहानी छुट्टियों का इंतज़ार....