सोशल मीडिया पर कुछ लोग ये दावा कर रहे है की पीएम मोदी की डिग्री फर्जी है क्यूंकि जो डिग्री सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है उसमे जिन वाईस चांसलर की सिग्नेचर दी है उनकी मृत्यु उसके पहले ही होगयी है. सोशल मीडिया पर ये दावा हुआ कि प्रधानमंत्री की डिग्री पर जिस कुलपति ने 1983 में दस्तखत किए, उनका तो 1981 में ही देहांत हो गया था. जो लोग ये दावा कर रहे है वो पीएम की डिग्री समेत प्रोफेसर KS शास्त्री की तस्वीर भी शेयर कर रहे है जिसमे दो तारीख लिखी गई है.
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