पॉडकास्ट | ट्रंप की कुर्सी तो बच गई पर क्या उन्हें अमेरिकी वोटर माफ करेगा?
Big Story HindiFebruary 06, 2020
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पॉडकास्ट | ट्रंप की कुर्सी तो बच गई पर क्या उन्हें अमेरिकी वोटर माफ करेगा?

ट्रम्प को लोवर हाउस ने 18 दिसंबर 2019 में इम्पीच कर दिया था, और फिर ट्रायल अप्पर हाउस यानी सीनेट में चला गया था. सीनेट में भी ट्रायल के बाद वोटिंग होती है की कन्विक्ट किया जाए या नहीं। अगर यूनाइटेड स्टेट्स कांग्रेस के दो तिहाई वोट यानी 67 % हाँ कहते तो ट्रम्प को फ़ौरन प्रेजिडेंट के पद से हटा दिया जाता, अगर 67 % से कम वोट्स आते तो ट्रम्प को अपना ऑफिस नहीं छोड़ना पढता, और ऐसा ही हुआ है.

ट्रम्प के ऊपर लगे आरोपों पर यूएस सीनेट में जब वोट पड़ा तो ट्रम्प के खिलाफ यानी इम्पीचमेंट के पक्ष में पढ़ने वाले वोट्स कांग्रेस के दो तिहाई वोट्स से कम रहे. इसकी वजह ये है कि 100 मेंबर्स की सीनेट में ट्रम्प कि रिपब्लिकन पार्टी मेजोरिटी में है. इसीलिए इम्पीचमेंट के दोनों आर्टिकल्स यानी ट्रम्प पे लगे दोनों आरोपों पर जब वोट हुआ, तो ट्रम्प को बचाने के पक्ष में ज़्यादा वोट्स पड़े और यूएस के सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स ने ट्रम्प को बरी कर दिया।

आज बिग स्टोरी पॉडकास्ट में बताएंगे ट्रंप के खिलाफ महाभियोग कैसे चला, क्यों चला और अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से ये कैसे जुड़ा है.