आपकी पर्सनल इनकम पर टैक्स घटेगा या नहीं घटेगा. कारोबारियों को राहत मिलेगी या फिर नहीं मिलेगी. कंज्यूमर के लिए तोहफे, युवाओं को रोजगार, इन्वेस्टर्स के लिए खूब सारा रिटर्न कमाने के रास्ते जैसे कई सवालों का जवाब पता तब चलेगा जब 1 फरवरी को देश की फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण संसद में बजट पेश करेंगीं. देश की आर्थिक सेहत पहले से ही खराब है. बेरोजगारी 45 साल में सबसे ज्यादा है. GDP 11 सालों का निचला स्तर छूने के कगार पर है और अब महंगाई भी पैर पसारने लगी है, रिटेल महंगाई 5 साल के ऊपरी स्तरों पर है. ऐसे में निर्मला सीतरमण के बजट से देश को बड़ी आस है कि अब बजट ही कुछ बड़ा कर सकता है.