सीजन 1 के अंतिम एपिसोड के माध्यम से समृद्धि और केतन, हिंदी साहित्य सभा से जुड़े उभरते कलाकारों की कुछ कविताएँ लेकर आए हैं, अपनी खिड़की की चौखट पे बैठे एक आखिरी बार। आशा करते है आप भी इस नए दौर के साहित्य से रूबरू हो कर अपनी मातृभाषा से फिर से एक रिश्ता कायम कर पायेंगे।