भारत में COVID-19 की टेस्टिंग के लिए एक नई तरह की किट बनाई गई है. इसका नाम है ELISA किट - अब भारत ने कोरोनावायरस को टेस्ट करने के लिए इसका अपना ही वर्जन तैयार कर लिया है.
अप्रैल के महीने में चीन से रैपिड टेस्ट किट्स मंगाई गई थी जिनका सेंसिटिविटी टेस्ट अलग अलग आया. कई राज्यों से खराब रैपिड टेस्ट किट की शिकायतों के बाद ICMR ने ये ऑर्डर कैंसल कर दिया था. ऑर्डर कैंसल करने से पहले ICMR ने राज्यों को इन किट को इस्तेमाल न करने के निर्देश दिए थे. इसके बाद एक महीने के अंदर पुणे के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ विरोलॉजी ने ये ELISA टेस्ट किट बनाई है. ELISA एक ऐसा टेस्ट है जो हमारे ब्लड में उन एंटीबॉडी का पता लगाते हैं जो हमारे शरीर में किसी बीमारी के संक्रमण के जवाब में पैदा होती हैं. यह तकनीक 1970 के दशक से मेडिकल प्रैक्टिशनर्स इस्तेमाल कर रहे हैं. मिसाल के तौर पर एचआईवी, लाइम रोग, सिफिलिस और इसका सबसे हालिया उपयोग 2015-16 के जीका ऑउटब्रेक में किया गया था.
अब ये किट दरअसल है क्या, किस तरह काम करती है, इस पर आज पॉडकास्ट में बात करेंगे विरोलॉजिस्ट डॉ, शाहिद जमील से.
अप्रैल के महीने में चीन से रैपिड टेस्ट किट्स मंगाई गई थी जिनका सेंसिटिविटी टेस्ट अलग अलग आया. कई राज्यों से खराब रैपिड टेस्ट किट की शिकायतों के बाद ICMR ने ये ऑर्डर कैंसल कर दिया था. ऑर्डर कैंसल करने से पहले ICMR ने राज्यों को इन किट को इस्तेमाल न करने के निर्देश दिए थे. इसके बाद एक महीने के अंदर पुणे के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ विरोलॉजी ने ये ELISA टेस्ट किट बनाई है. ELISA एक ऐसा टेस्ट है जो हमारे ब्लड में उन एंटीबॉडी का पता लगाते हैं जो हमारे शरीर में किसी बीमारी के संक्रमण के जवाब में पैदा होती हैं. यह तकनीक 1970 के दशक से मेडिकल प्रैक्टिशनर्स इस्तेमाल कर रहे हैं. मिसाल के तौर पर एचआईवी, लाइम रोग, सिफिलिस और इसका सबसे हालिया उपयोग 2015-16 के जीका ऑउटब्रेक में किया गया था.
अब ये किट दरअसल है क्या, किस तरह काम करती है, इस पर आज पॉडकास्ट में बात करेंगे विरोलॉजिस्ट डॉ, शाहिद जमील से.