RBI सेंट्रल गवर्नमेंट को 1 लाख 76 हजार करोड़ से ज़्यादा का सरप्लस, ट्रांसफर करेगी, जिस में आर बी आई के कंटींजेंसी फण्ड में से 55000 करोड़ रूपए भी सरकारी ख़ज़ाने में जायँगे। अब ये कंटींजेंसी फण्ड क्या है? सरकार को इतनी बड़ी रक़म आर बी आई से अप्रूव कराने की ऐसी क्या ज़रुरत पढ़ गई? और आर बी आई के इस फैसले से क्या सेंट्रल बैंक के ऑटोनोमस होने पर सवाल खड़े हो सकते हैं?
बिग स्टोरी पॉडकास्ट में आर बी आई ट्रांसफर पर सुनिए द क्विंट के संजय पुगलिया और क्विंट हिंदी के मयंक मिश्रा का एनालिसिस.