रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने 2018-19 के फिस्कल इयर के लिए अपनी एनुअल रिपोर्ट जारी की है.आरबीआई ने कहा कि इस मौजूदा दौर में स्लोडाउन की अहम वजह, डिमांड में कमी है और इसलिए खपत और डिमांड बढ़ाने की जरूरत है. केंद्रीय बैंक का कहना है कि डिमांड और इनवेस्टमेंट को बढ़ावा देने के लिए आरबीआई ब्याज दरों में एक और कटौती कर सकता है.
क्विंट हिंदी के मयंक मिश्रा समझा रहे हैं क्या है इन चुनौतियों का मतलब. आज की बिग स्टोरी में सुनिए आर बी आई के एनुअल रिपोर्ट में क्या है ख़ास चीज़ें.