साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स का मानना है कि जनवरी के महीने से साइबर अटैक्स से जुड़े ज़्यादा मामले सामने आए हैं. इस वक़्त जब लोग ख़ौफ़ज़दा हैं और कई चीज़ों के लेकर अनिश्चित हैं, तो ऐसे में फिशिंग स्कैम्स, ट्रोजन अटैक्स, और रैन्समवेयर के जाल में फंस रहे हैं. अब इस पर कड़ी नज़र रखने के लिए और इसे मॉनिटर करने के लिए मार्च के आखरी महीने में एक ग्लोबल कोअलिशन बनी है जिस में दुनिया भर के 2700 से ज़्यादा साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स हैं, जिसमें 10 भारतीय भी शामिल हैं. साइबर एक्सपर्ट्स का ये कोअलिशन Covid-19 संबंधित विषयों से फायदा उठाने वाले साइबर हमलों से सामूहिक रूप से निपटने के लिए एक साथ आया है। इस कोअलिशन का नाम है Covid-19 साइबर थ्रेट कोअलिशन।
पॉडकास्ट में सुनिए इस नेटवर्क से जुड़े एक मुंबई बेस्ड साइबर सिक्योरिटी कंपनी के एक्सपर्ट यश कडाकिया को जो बता रहे हैं कि हम किस तरह इससे प्रभावित हो सकते हैं. साथ ही जानिये क्विंट के रिपोर्टर सुशोवन सरकार से कि साइबर अटैक्स से हम कैसे बचाव कर सकते हैं.
पॉडकास्ट में सुनिए इस नेटवर्क से जुड़े एक मुंबई बेस्ड साइबर सिक्योरिटी कंपनी के एक्सपर्ट यश कडाकिया को जो बता रहे हैं कि हम किस तरह इससे प्रभावित हो सकते हैं. साथ ही जानिये क्विंट के रिपोर्टर सुशोवन सरकार से कि साइबर अटैक्स से हम कैसे बचाव कर सकते हैं.