कोरोना की वजह ले लागू हुए लॉकडाउन के बाद से पीएम मोदी ने तीन भाषण दिए हैं और एक मन की बात भी की है जो कि कोरोना पर ही थी. सबसे पहले 19 मार्च को उन्होंने एलान किया कि पूरा देश मेडिकल वर्कर्स, और पुलिस वालों का आभार व्यक्त करेगा ताली और थाली बजा कर. ये कह कर उन्होंने 22 मार्च के दिन के लिए जनता कर्फ्यू का ऐलान कर दिया। फिर 24 मार्च को अपने सम्बोधन में तीन हफ्ते का लॉकडाउन घोषित कर दिया। लॉकडाउन के दौरान 29 अप्रैल को उन्होंने रेडियो पर मन की बात की और उसमें भी उन्होंने कड़े कदम उठाने के लिए लोगों से माफी मांगते हुए ‘सोशल डिस्टेंसिंग’ की अहमियत पर जोर दिया. कोरोना के खौफ के बाद भी काम में जुटे डॉक्टर, नर्स, ड्राइवर और डिलिवरी बॉय वगैरह का शुक्रिया अदा किया.
आज 3 अप्रैल की सुबह देशवासियों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना वीडियो संदेश जारी किया. जिसमें उन्होंने 5 अप्रैल को सबसे अपने अपने घरों में रहकर बालकनी में जाकर रात 9 बजे 9 मिनट तक दिया, फ़्लैश लाइट, या मोबाइल फ़ोन की टोर्च जला कर कोरोना से हुए अन्धकार में उम्मीद की रौशनी का संकेत देने को कहा. आज इस पॉडकास्ट में प्रधान मंत्री के भाषण का मतलब समझेंगे पोलिटिकल कमेंटेटर आरती जेरथ और लेखक नीलांजन मुखोपाध्याय से.
एडिटर : नीरज गुप्ता
प्रोड्यूसर : फबेहा सय्यद
आज 3 अप्रैल की सुबह देशवासियों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना वीडियो संदेश जारी किया. जिसमें उन्होंने 5 अप्रैल को सबसे अपने अपने घरों में रहकर बालकनी में जाकर रात 9 बजे 9 मिनट तक दिया, फ़्लैश लाइट, या मोबाइल फ़ोन की टोर्च जला कर कोरोना से हुए अन्धकार में उम्मीद की रौशनी का संकेत देने को कहा. आज इस पॉडकास्ट में प्रधान मंत्री के भाषण का मतलब समझेंगे पोलिटिकल कमेंटेटर आरती जेरथ और लेखक नीलांजन मुखोपाध्याय से.
एडिटर : नीरज गुप्ता
प्रोड्यूसर : फबेहा सय्यद